Option Trading क्या है । Option Trading Important Concept
Option Trading Basic Concept in Hindi
क्या Option Trading है क्या कैसे काम करता है तो जैसे कि आपके यहां पर नाम से पता चल रहा है ऑप्शन मतलब आपके पास कुछ Option है यहां पर मतलब आप कुछ यहां पर डिसीजन ले सकते हैं अपने अकॉर्डिंग जैसे आपको पता होगा हम लोग जो भी काम करते हैं Bank Nifty और Nifty में अगर हम लोगों का बाय साइड में होता है Technical के हिसाब से तो हम लोग बैंक Nifty को डायरेक्टली Buy कर लेते हैं या फिर Nifty को हम लोग Buy कर लेते हैं और
अगर हम लोग का व्यू सेलिंग साइड में रहता है तो डायरेक्टली हम लोग जाकर बैंक निफ्टी को सील कर देते हैं या फिर निफ्टी के कांटेक्ट को हम लोग सेल कर देते हैं आई होप आप लोगों को फ्यूचर के बारे में पता होगा ओके फ्यूचर में आपको एक्सप्लेन नहीं कर रहा हूं फ्यूचर का मतलब फ्यूचर कंट्रा
फ्यूचर में प्राइस ऊपर जाएगा उसी हिसाब से आप यहां पर बैंक निफ्टी का फ्यूचर कोई Contract लेते हैं जो भी उसका Price चल रहा होगा इस Price में सपोर्ट के हिसाब से आपको Future का Contract मिल जाता है
लेकिन यहां पर Option Trading में क्या होता है ना आपके पास कुछ Option होते हैं अगर आपके पास कैपिटल काम है तो आप यहां पर एक टोकन अमाउंट देकर एक छोटा सा प्रीमियम अमाउंट पे करके आप उसे इंडेक्स के एक लोट को खरीद सकते हैं या बेच सकते हैं।
ओके जितना हो सके मैं आपको सिंपल में बताने का ट्राई कर रहा हूं जिससे आप लोगों को समझ में आ जाए
तो यहां पर Option Trading में क्या होता है ना ऑप्शन में होता है परसों (A) और परसों (B) हम लोग यहां पर एक प्रैक्टिकल में चीज को समझने की कोशिश करते हैं। जिसे परसों A है और परसों B है परसों B के पास कोई एक प्रॉपर्टी है।
और उसे प्रॉपर्टी का वैल्यू है। ₹20 लाख अब यहांपर जो परसों A है ना इसको यह पता चलता है कि यह जो प्रॉपर्टी है ना आने वाले टाइम में एक दो महीने में इसका जो प्राइस है ना 20 लाख से होकर के 50 लाख तक के आसपास भी जा सकता है।
लेकिन परसों A के पास 20 लाख का कैपिटल नहीं होता है। यहां पर पर्सन A क्या करता है ना परसों B के पास जाता है और पर्सन B को बोलता है। कि मैं यहां पर एक Contract आपसे साइन करवाता हूं।
और उसे Contract में यह होता है कि मैं आपको ₹100000 दूंगा और एक छोटा सा Token ले लूंगा तो यहां पर ना एक Contract साइन हो रहा है। Person A और Person B के बीच में Person A कहते कि मैं आपको 1 लाख का कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाता हूं मुझे टोकन अमाउंट दे दीजिए लेकिन यहां पर बात यह आता कि परसों B यहां पर क्यों देगाकांटेक्ट
इसको ₹100000 में टोकन क्यों देगा परसों B को यहां पर यह लगता है कि नहीं शायद इसका प्राइस दो-तीन महीने में नहीं बढ़ने वाला है। यह शायद काम भी हो सकता है। तो इसीलिए परसों भी को लग रहा है कि मेरे पास यहां पर ₹100000 आ रहे हैं।
और यहां पर Contract भी साइन हो रहा है। और इस Contract में यह लिखा है कि Person A एक महीने बाद मेरे से प्रॉपर्टी खरीद लेगा।
अब यहां पर आगे जाकर अगर इस Property का वैल्यू इंक्रीज हो जाता है ना 50 लाख आसपास हो जाता है ना तो Person A क्या करेगा 19 लाख देकर वह बाकी का 30 लाख ऑन कर लेगा।
और अगर किसी कारणवश Property का Price इंक्रीज नहीं होकर डिक्रीज हो जाता है ना। मतलब अगर Property का प्राइस कम हो जाता है ना तो Person A नहीं जो प्रीमियम अमाउंट पैसा चला जाएगा
मतलब उसका Loss भी लिमिट में हुआ अगर प्रॉफिट हुआ तो बहुत ज्यादा हुआ तो इसलिए Option Buyer जो होते हैं ना बहुत अच्छा पैसा कमाते हैं लेकिन जो Option Seller होते हैं ना वह Timedk के कारण ज्यादा पैसा कमाते हैं
तो यहां पर Bank Nifty और Nifty में भी हम लोगों का वही चीज हो रहा है हम लोग क्या कर रहे हैं ना Bank Nifty में अगर हम लोग Option Trading कर रहे हैं ना तो हम लोग उसे Option Trading का जो Expiry होता है ना उसे एक्सपायरी का एक छोटा सा टोकन एक छोटा सा प्रीमियम हम लोग खरीद लेते हैं
हमें लगता है कि Bank Nifty का Price ऊपर जाएगा तो इसके लिए हम लोग Option को खरीद लेते हैं। और कुछ पैसा हम लोग ऑन कर लेते हैं एक छोटा सा प्रीमियम टोकन अमाउंट देकर हम लोग ऑप्शन को खरीद लेते हैं।
और अगर हम लोग को ऑप्शन को सेल करना है तो हमें क्या करना पड़ेगा हमें Person B बनना पड़ेगा । यहां पर Person A हो गया हम लोगों का Option Buyer और Person B हो गया Option Seller ओके यहां पर Option Buyer and Option Seller का कॉन्सेप्ट छुपा हुआ है।
तो यहां पर एक छोटा सा Basic Concept है जो आपको समझाना पड़ेगा Option Trading से रिलेटेड यहां पर Option में क्या होता है
Contract साइन हो रहा है Buyer और Seller के बीच में Buyer को लग रहा है कि मैं जो यहां पर टोकन कर दूंगा उसका प्राइस बढ़ जाएगा तो मेरे पासकैपिटल काम है तो मैं टोकन अमाउंट देकर इसको खरीद लेता हूं
जब इसका प्राइस भर जाएगा ना तो कुछ पैसा में Earn कर लूंगा और यहां पर जो Seller होता है ना उसको लगता है कि नहीं इसका शायद Price नहीं पड़ेगा
या फिर बैंक निफ़्टी या तो साइड में या तो शायद वह गिर जाएगा तो इसलिए यहां पर जो बायर्स एंड सेलर्स होते हैं ना आपको पता होगा जो स्टॉक मार्केट है ना दोस्तों वह बायर्स एंड सेलर्स के इमोशन और इसका साइकोलॉजी सही चल रहा है
अगर कोई यहां पर Buying कर रहा है ना तो जरूर को यहां पर Sell कर रहा है सो इसीलिए मैं यहां पर आप लोगों को Person A और Person B का एग्जांपल लिया।
Option Trading Important Concept
- Option Buyer और Seller क्या होते हैं ?
2. Call Option and Put Option क्या होता है?
3. ATM OTM ITM क्या होता है?
4. Stock Price हमें कैसे लेना है?
5. Premium Decay क्या होता है?
6. Stop Loss हमें कैसे लगाना होता है?
7. और हमें अपना Risk Management कैसे करना होता है
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तो इन सभी चीजों के बारे में हम लोग आगे Blog Post वाले हैं सो आई होप यहां पर जो आपका यह कॉन्सेप्ट था ना यह क्लियर हो गया होगा अगर आपका कोई भी डाउट रहेगा Option Trading के बेसिक को लेकर के ना तो आप YouTube में जाकर देख सकते हैं
यूट्यूब में फ्री में ऐसे बहुत सारे वीडियो आपको मिल जाएंगे जिससे आप यहां पर Option Trading के बेसिक्स को समझ सकते हैं
लेकिन बहुत ज्यादा बेसिक आपको समझने की जरूरत नहीं है क्योंकि जो चीज अप्लाई होगी इस चीज के बारे में हम लोग बात करेंगे तो thank you so much हम लोग नेक्स्ट Blog Post पर मिलते हैं।
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मेरा नाम संजीव दास है। मैं एक निजी शिक्षण संस्थान में शिक्षक हूँ। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैंने Tradingsikhe.com की शुरुआत की है। इसके माध्यम से मेरा उद्देश्य है शेयर बाजार और वित्त से जुड़ी जानकारी को सरल भाषा में आप तक पहुँचाना। मेरा मानना है की विना जानकारी के किसी भी क्षेत्र में विशेष तौर पर वित्तीय या शेयर बाजार में कदम रखना हानिकारक हो सकता है। 🤝