मैं आपको यह बता दूं कि Stop Loss Theory का उपयोग करना हर Trader के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि अगर आपको लंबे समय तक Share Market या कमोडिटी मार्केट या अन्य कोई और भी मार्केट में Trading करना है या मुनाफा कमाना है तो आपको Stop Loss Theory का उपयोग करना ही होगा।
Stop Loss आपके लिए इंश्योरेंस पॉलिसी की तरह होता है जो समय आने पर आपको लंबे नुकसान से बचाता है दोस्तों Stop Loss लगाने का भी अपना ही एक तरीका या नियम होता है कि उसको कहां लगाया जाए और कैसे लगाया जाए।
और अगर आप अपने नुकसान को एक सीमित दायरे में ही रखना चाहते हैं तो आपको Stop Loss लगाना बहुत जरूरी है।
StopLoss Theory क्या होती है
StopLoss Theory की ओर की इस StopLoss Theory क्या होती है आप जब कोई निवेश करते हैं या फिर Trading की कोई पोजीशन लेते हैं वह मुनाफा कमाने की अपेक्षा से ही लेते हैं।
पर कई बार आपकी अपेक्षा के विरुद्ध परिस्थितियों का निर्माण हो जाता है तब ठीक समय पर जैसे तैसे बाहर निकलना आना चाहिए इसमें Stoploss बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जैसा कि StopLoss Theory से पता चलता है कि जब आपका ट्रेड नुकसान की ओर चलने लगता है तो एक सीमित नुकसान में ही आपका ट्रेड रुक जाए और आपको ट्रेडिंग पोजीशन लेने के बाद Stoploss लगाया जाता है यह अच्छी तरीके से जानते हैं लेकिन बहुत कम लोग हैं जो Stoploss को लगाते हैं।
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How to Install Stop Loss
Stop Loss दो प्रकार से लगाया जाता है।
खरीदी करना फिर बेचना
जैसे कि आपने किसी कमोडिटी को खरीदा तो इसमें आपके द्वारा खरीदी करें भाव के नीचे का स्टॉपलॉस लगते हैं अगर भाव घटने लगा तो आपको एक सीमित नुकसान ही होगा और आप लंबे नुकसान से बच जाएंगे।
बेचना
पहले बेचना फिर खरीदी करना जैसे कि आपने किसी कमोडिटी को बचा तो इसमें आपके द्वारा बिकवाली करें भाव के ऊपर का Stoploss लगेगा अगर भाव बढ़ने लगा तो आपको एक सीमित नुकसान ही होगा और आप लंबे नुकसान से बच जाएंगे।
Types of Stop Loss
दोस्तों अब हम देखते हैं कि Stoploss कितने प्रकार के होते हैं दोस्तों Stoploss तीन प्रकार के होते हैं Primary Stop Loss Break Even Stop Loss और
Primary Stop Loss
दोस्तों Primary Stop Loss Trade लेने के तुरंत बाद लगाया जाता है जैसे कि अगर आप तेजी की पोजीशन लेते हैं तो जो भी खरीदी का भाव है उसके नीचे का Technical Analysis के अनुसार जो भी Stoploss बन रहा है जैसे कि आपने कोई कमोडिटी ₹500 के भाव पर खरीदी तो उसका Primary Stop Loss 480 रुपए का हो सकता है।
इसी प्रकार अगर आप मंदिर की पोजीशन लेते हैं तो जो भी बिकवाली का भाव है Technical Analysis के अनुसार जो भी Stoploss बन रहा है वहां स्टॉप लॉस लगाना है जैसे कि आपने कोई कमोडिटी ₹2000 के भाव पर बेची तो उसका Primary Stop Loss 2020 हो सकता है।
Primary Stop Loss का उपयोग करने के लिए आपको रिस्क रिवॉर्ड रेशों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है प्राइमरी स्टॉप लॉस के उपयोग से बाजार में होने वाले नुकसान को बहुत हद तक सीमित रखने में मदद करता है।
Break Even Stop Loss
Buying
दोस्तों Break Even Stop Loss ट्रेड लेने के कुछ समय बाद लगाया जाता है या कहे कि यह Primary Stop Loss का मॉडिफाइड रूप है जब आप तेजी की पोजीशन लेते हैं और खरीदी किए हुए भाव के नीचे का स्टॉपलॉस लगते हैं और जब भाव ऊपर जाने लगता है या कहीं कि आपका ट्रेड प्रॉफिट में जाने लगता है।
तब आप Primary Stop Loss को मॉडिफाई करके ठीक उसी जगह लगा देते हैं जहां आपने खरीदारी करी थी जैसे कि आपने कोई शेयर ₹1000 के भाव पर खरीदी थी और आपका Primary Stop Loss 980 रुपए का है तो अब आप प्राइमरी स्टॉप लॉस को मॉडिफाई करके ठीक उसी जगह लगा दिया जहां आपने खरीदी करी थी मतलब की ₹1000 पर इसे Break Even Stop Loss कहते हैं।
Selling
दीपावली किए हुए भाव के ऊपर का Stoploss लगते हैं और जब भाव नीचे जाने लगता है या कहीं कि आपका ट्रेड प्रॉफिट में जाने लगता है तब आप प्राइमरी स्टॉप लॉस को मॉडिफाई करके ठीक उसी जगह लगा देते हैं जहां आपने करी थी जैसे कि आपने कोई शेयर ₹1000 के भाव पर बेची थी
और आपका प्राइमरी स्टॉप लॉस 1020 का था और अपने प्राइमरी स्टॉप लॉस को मॉडिफाई करके ठीक उसी जगह लगा दिया जहां आपने भी वाली करी थी मतलब की ₹1000 पर इसे Break Even Stop Loss कहते हैं।
Break Even Stop Loss का सबसे बड़ा फायदा यह है कि
अगर बाजार अचानक आपके ट्रेड के विरुद्ध जाने लग जाए और आपका स्टॉपलॉस हिट हो जाए तो भी आपको नुकसान नहीं होगा इसमें बस आपको दलाली ही लगी थी या
रहेगी बस ब्रोकरेज ही लगेगी जो की बिल्कुल छोटा सा नुकसान होगा Break Even Stop Loss लगाने से आपको बहुत बड़े नुकसान होने का डर खत्म हो जाता है और आप खुले मन से ट्रेड को देख सकते हैं।
Trailing Stop Loss
अब हम देखते हैं Trailing Stop Loss को दोस्तों ट्रेलिंग स्टॉप लॉस उसे समय लगाया जाता है जब आप बाजार में कोई पोजीशन लेते हैं और आपकी पोजीशन आपके द्वारा निश्चित टारगेट पर पहुंच जाती है
उसे समय आपका Break Even Stop Loss Trailing Stop Loss में बदल जाता है Trailing Stop Loss यह आपके स्टॉपलॉस को ऊपर या नीचे ले जाने की प्रक्रिया है
Trailing Stop Loss यह भाव के बढ़ने या घटना के अनुसार बढ़ाने या घटने वाला Stop Loss है क की पोजीशन में Trailing Stop Loss ऊपर की ओर जाता है
और मंडी की पोजीशन में Trailing Stop Loss नीचे की ओर जाता है
उदाहरण से समझते हैं
जैसे कि आपने किसी स्टॉक में तेजी की पोजीशन ली है ₹1000 पर और आपका ब्रेक इवन स्टॉप लॉस भी ₹1000 का हो गया है इस ट्रेड में आपका टारगेट 1050 रुपए का है
और जब आपका ट्रेड 1050 रुपए के टारगेट को हिट कर ले तो आपको पोजीशन में से Exit नहीं करना है इस अवस्था में आपको अपने ब्रेक इवन स्टॉप लॉस को ट्रेनिंग स्टॉप लॉस में बदलना है
इसको ट्रेनिंग स्टॉप लॉस में बदलने के लिए आपको यह देखना है कि जो भी कैंडल 1050 रुपए के टारगेट को टच कर रही है उसे पिछली जो भी दो कैंडल उसे दूसरी कैंडल के को के नीचे का स्टॉपलॉस लगाना है।
इसी प्रकार अगर आपने किसी स्टॉक में मंडी की पोजीशन ली है ₹1000 पर ब्रेक इवन स्टॉप लॉस ₹1000 का हो गया है और इस ट्रेड में आपका टारगेट 950 रुपए का है और जब आपका ट्रेड 950 रुपए के टारगेट को हिट कर दे तो आपको पोजीशन में से एग्जिट नहीं करना है
इस अवस्था में आपको अपने ब्रेक इवन स्टॉप लॉस को ट्रेनिंग स्टॉप लॉस में बदलना है इसको ट्रेनिंग बदलने के लिए आपको यह देखना है कि जो भी कैंडल 950 रुपए के टारगेट को टच कर रही है उसे पिछली जो भी दो कैंडल है
उसे दूसरी कैंडल के भाई के ऊपर का स्टॉपलॉस लगाना है ट्रेनिंग स्टॉप लॉस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आपका स्टॉपलॉस हिट भी हुआ तो आप प्रॉफिट में ही बाहर निकलेंगे आपको नुकसान का कोई डर नहीं होता अक्सर ऐसा देखा गया है
की ट्रेनिंग स्टॉप लॉस आपके प्रॉफिट को दुगुना कर देता है और इसमें ध्यान रखने वाली बात यह है की ट्रेनिंग स्टॉप लॉस को हर नई कैंडल के बाद तेजी की पोजीशन में ऊपर की ओर या मंदी की पोजीशन में नीचे की ओर बढ़ते रहे।
Risk Reward Ratio किया होता है
क्यों जरूरी है दोस्तों अगर आप ₹100000 का निवेश कर रहे हैं तो आपका स्टॉपलॉस हमेशा पूरे निवेश का एक प्रतिशत से दो प्रतिशत तक का ही होना चाहिए मतलब की ₹100000 के निवेश में आपका स्टॉपलॉस ₹1000 से ₹2000 का होना चाहिए
एक सिंगल ट्रेड में बड़े-बड़े निवेशक अपने पूरे निवेश का एक प्रतिशत से 2% हिस्सा है स्टॉपलॉस के लिए उपयोग करते हैं इसी प्रकार रिस्क रिवॉर्ड रेशों को 1 अनुपात 3 के भाग में बांटा गया है।
अगर आप ₹1 का स्टॉपलॉस लगते हैं तो आपका टारगेट कम से कम ₹3 का होना चाहिए इसे ही एक आदर्श और सफल ट्रेड की निशानी मानी जाती है जैसे कि आपने कोई ट्रेड लिया और आपका स्टॉपलॉस ₹1000 का है तो आपका टारगेट कम से कम ₹3000 का होना चाहिए।
Stop Loss लगाने की क्या फायदा है
स्टॉपलॉस लगाने के क्या फायदे हैं स्टॉपलॉस लगाने का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण फायदा यह है कि यह आपको लंबे नुकसान से बचाता है स्टॉपलॉस आपके लिए एक तरह से पैराशूट की तरह काम करता है।
जैसा कि स्काई डाइविंग करते समय अब ऊंचाई से कूदते हैं और कूदने के बाद सही समय पर अगर पैराशूट नहीं खोला तो क्या होगा यह आप सभी भली भाती जानते हैं कि आपकी जान जा सकती है इसलिए सही समय पर पैराशूट खोलना जैसे जरूरी है।
उसी प्रकार ठीक समय पर स्टॉपलॉस लगाना भी जरूरी है अगर आपने स्टॉप लॉस नहीं लगाया तो यह उचित समय पर ब्रेक न लगाने के समान है आपको पता है कि ऐसा नहीं करने से आपका एक्सीडेंट हो सकता है।
या बड़े संकट का सामना हो सकता है इस तरह सही समय पर स्टॉपलॉस ना लगने से आपको आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
जह लोग स्टॉप लॉस नहीं लगते हैं उसका क्या परिणाम होता है
दोस्तों जो लोग बाजार में पोजीशन लेने के बाद स्टॉप लॉस नहीं लगते हैं वह लोग डूबती हुई नाव में सवार होने जैसा महसूस करते हैं और पछताते हैं सही समय पर स्टॉपलॉस लगाने का मतलब है।
की लाइफ बोर्ड या फिर रिंग की मदद से डूबती हुई नाव में से बाहर कूदने की होशियारी है यह बाजार में विपरीत परिस्थितियों में आपको लाइट बोर्ड की तरह काम आता है जिसका सही समय पर उपयोग करने से आप डूबने से बच सकते हैं।
और हां सही समय पर स्टॉपलॉस ना लगने से आपकी मेहनत की कमाई आपकी आंखों के सामने डूबती हुई दिखाई देती है।
दोस्तों आखिर में मैं यही कहना चाहूंगा कि अगर आपको बाजार में लंबे समय तक काम करना है और अच्छा मुनाफा कमाना है तो आपको इस प्रॉब्लम थ्योरी का उपयोग करना ही होगा।
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मेरा नाम संजीव दास है। मैं एक निजी शिक्षण संस्थान में शिक्षक हूँ। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैंने Tradingsikhe.com की शुरुआत की है। इसके माध्यम से मेरा उद्देश्य है शेयर बाजार और वित्त से जुड़ी जानकारी को सरल भाषा में आप तक पहुँचाना। मेरा मानना है की विना जानकारी के किसी भी क्षेत्र में विशेष तौर पर वित्तीय या शेयर बाजार में कदम रखना हानिकारक हो सकता है। 🤝